Raksha Bandhan Shayari 2025 | भाई-बहन का अटूट प्यार
रक्षाबंधन केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते का सबसे सुंदर उत्सव है। यह दिन उस पवित्र डोर की याद दिलाता है जो हर भाई और बहन के बीच विश्वास, सुरक्षा और प्यार से बंधी होती है। साल 2025 में रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2025) का पर्व और भी खास है क्योंकि बदलते दौर में भी यह रिश्ता उतना ही गहरा और अटूट है जितना सदियों से चला आ रहा है।
इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई उसकी रक्षा का वचन देता है। यह बंधन सिर्फ धागे का नहीं, बल्कि भावनाओं का होता है। इस मौके पर शायरियाँ (Raksha Bandhan Shayari 2025) भाई-बहन के रिश्ते को और भी दिलकश बना देती हैं।
रक्षाबंधन 2025 (Raksha Bandhan 2025) केवल एक पर्व नहीं है, बल्कि भाई और बहन के रिश्ते का सबसे बड़ा उत्सव है। यह दिन उस डोर का प्रतीक है जो सुरक्षा, विश्वास और निस्वार्थ प्रेम से जुड़ी होती है। जब बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, तो वह सिर्फ धागा नहीं, बल्कि प्यार और सुरक्षा का जीवनभर का वादा बांधती है।
आज के आधुनिक दौर में भी रक्षाबंधन का महत्व उतना ही गहरा है। चाहे भाई-बहन साथ हों या दूर, राखी का धागा दिलों को हमेशा जोड़कर रखता है। इस खास अवसर पर शायरियाँ (Raksha Bandhan Shayari) रिश्तों की भावनाओं को शब्दों में ढाल देती हैं और इस त्योहार को और भी अर्थपूर्ण बना देती हैं।
राखी का त्योहार है,
बहन की उम्मीदों का संसार है।
भाई की कलाई पर प्यार का धागा है,
यही रिश्ता सबसे प्यारा है।❤️
🔹 “राखी का त्योहार है,”
👉 यहाँ शुरुआत में बताया गया है कि यह दिन खास है क्योंकि आज राखी का त्योहार है — यानी भाई और बहन के रिश्ते का उत्सव।
🔹 “बहन की उम्मीदों का संसार है।”
👉 राखी बहन की उम्मीदों और दुआओं का प्रतीक होती है। वह चाहती है कि उसका भाई सुरक्षित, खुश और लंबी उम्र वाला रहे। यह दिन बहन के सपनों और आशाओं का संसार है।
🔹 “भाई की कलाई पर प्यार का धागा है,”
👉 जब बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती है, तो वह सिर्फ धागा नहीं, बल्कि प्यार, विश्वास और रक्षा का वादा बांधती है।
🔹 “यही रिश्ता सबसे प्यारा है।”
👉 अंत में शायर कहता है कि दुनिया में बहुत रिश्ते होते हैं, लेकिन भाई-बहन का रिश्ता सबसे निष्कपट और प्यारा है।
💡 सारांश:
यह शायरी बताती है कि रक्षाबंधन केवल धागे का त्योहार नहीं, बल्कि बहन की उम्मीदों और भाई की सुरक्षा का वादा है। यह रिश्ता सबसे अनोखा और सबसे प्यारा माना जाता है।
बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता,
वो चाहे दूर भी हो तो ग़म नहीं होता।
अक्सर रिश्ते दूरियों से फीके पड़ जाते हैं,
पर बहन-भाई का प्यार कभी कम नहीं होता। 🤗
🔹 “बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता,”
👉 बहन का प्यार बहुत पवित्र और सच्चा होता है। उसकी दुआएँ हमेशा भाई के लिए होती हैं। जैसे दुआएँ हमें हर बुराई से बचाती हैं, वैसे ही बहन का प्यार भी भाई की ढाल बन जाता है।
🔹 “पर बहन-भाई का प्यार कभी कम नहीं होता।”
👉 लेकिन बहन-भाई का रिश्ता अलग है। यह दूरी से कभी कम नहीं होता, बल्कि और मजबूत हो जाता है। चाहे सालों मुलाकात न हो, लेकिन उनका प्यार हमेशा पहले जैसा गहरा रहता है।
💡 सारांश:
यह शायरी बताती है कि बहन-भाई का रिश्ता इतना गहरा और आत्मीय है कि दूरी भी इसे फीका नहीं कर पाती। बहन का प्यार और दुआएँ भाई के लिए हमेशा साथ रहती हैं, चाहे वह पास हो या दूर।
तेरे बिना क्या है ये ज़िंदगी,
तू है तो हर खुशी है मेरी बंदगी।
राखी पर तुझे दिल से दुआ देता हूँ,
मेरी बहना, तुझे हर जन्म में चाहता हूँ। 🌺
🔹 “तेरे बिना क्या है ये ज़िंदगी,”
👉 भाई कह रहा है कि उसकी बहन के बिना उसकी जिंदगी अधूरी है। बहन उसकी दुनिया का एक अहम हिस्सा है।
🔹 “तू है तो हर खुशी है मेरी बंदगी।”
👉 अगर बहन उसके साथ है तो उसकी सारी खुशियाँ पूरी हैं। यहाँ “बंदगी” शब्द का मतलब है कि भाई अपनी बहन को बेहद सम्मान और प्यार देता है, जैसे इबादत की जाती है।
🔹 “राखी पर तुझे दिल से दुआ देता हूँ,”
👉 राखी के इस खास मौके पर भाई अपनी बहन के लिए दिल से शुभकामनाएँ और दुआएँ करता है—कि उसकी जिंदगी हमेशा खुशियों से भरी रहे।
🔹 “मेरी बहना, तुझे हर जन्म में चाहता हूँ।”
👉 भाई कहता है कि वह सिर्फ इस जन्म ही नहीं, बल्कि हर जन्म में अपनी बहन को चाहता है। यह भाई-बहन के रिश्ते की अनंतता और गहराई को दर्शाता है।
💡 सारांश:
यह शायरी भाई की ओर से अपनी बहन के लिए एक इमोशनल इकरार है। इसमें भाई यह जताता है कि उसकी बहन उसके जीवन की सबसे बड़ी ताकत और खुशी है। राखी के दिन वह उसे हर जन्म में अपनी बहन बनने की दुआ करता है।
कच्चे धागों से बनी पक्की डोर है राखी,
प्यार और विश्वास की मजबूत छोर है राखी।
भाई की लंबी उम्र की दुआ है बहना से,
रिश्तों की मिठास की मिठी भोर है राखी। 🧵
🔹 “कच्चे धागों से बनी पक्की डोर है राखी,”
👉 राखी साधारण धागे से बनी होती है, लेकिन उसका अर्थ और महत्व बहुत गहरा है। यह धागा भले ही कच्चा हो, लेकिन यह भाई-बहन के रिश्ते को हमेशा के लिए मजबूत और अटूट बना देता है।
🔹 “प्यार और विश्वास की मजबूत छोर है राखी।”
👉 राखी केवल धागा नहीं, बल्कि भाई और बहन के बीच प्यार और विश्वास का बंधन है। यह डोर इतनी मजबूत होती है कि इसे कोई तोड़ नहीं सकता।
🔹 “भाई की लंबी उम्र की दुआ है बहना से,”
👉 बहन जब भाई की कलाई पर राखी बांधती है, तो उसके मन में यही दुआ होती है कि उसका भाई हमेशा सुरक्षित, खुश और लंबी उम्र वाला रहे।
🔹 “रिश्तों की मिठास की मिठी भोर है राखी।”
👉 राखी त्योहार की शुरुआत ऐसे होती है जैसे सुबह की मीठी भोर। यह रिश्तों में प्यार, मिठास और अपनापन बढ़ाती है।
💡 सारांश:
यह शायरी बताती है कि राखी भले ही एक साधारण धागा लगे, लेकिन यह भाई-बहन के रिश्ते की सबसे मजबूत डोर है। इसमें प्यार, विश्वास, सुरक्षा और मिठास का ऐसा संगम है जो रिश्ते को जीवनभर खूबसूरत बनाए रखता है।
भाई अगर पास हो तो बात ही क्या,
उसके बिना ये रक्षाबंधन अधूरी सी लगे।
तेरे लिए हर जन्म में बहन बनूँ,
तेरी कलाई हर बार मेरी राखी से सजे। ❤️
🔹 “भाई अगर पास हो तो बात ही क्या,”
👉 जब भाई पास हो तो रक्षाबंधन की खुशी और भी बढ़ जाती है। भाई की मौजूदगी से यह त्योहार और खास हो जाता है।
🔹 “उसके बिना ये रक्षाबंधन अधूरी सी लगे।”
👉 अगर भाई दूर हो, तो त्योहार अधूरा-सा लगता है। राखी का असली आनंद तभी है जब बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांध पाए।
🔹 “तेरे लिए हर जन्म में बहन बनूँ,”
👉 बहन का कहना है कि वह सिर्फ इस जन्म में नहीं, बल्कि हर जन्म में अपने भाई की बहन बनना चाहती है। यह भाई-बहन के रिश्ते की गहराई और पवित्रता को दर्शाता है।
🔹 “तेरी कलाई हर बार मेरी राखी से सजे।”
👉 बहन की यह सबसे बड़ी इच्छा है कि हर रक्षाबंधन पर उसके भाई की कलाई पर उसकी राखी बंधे। यह उसके अटूट रिश्ते और हमेशा बने रहने वाले बंधन का प्रतीक है।
💡 सारांश:
यह शायरी बहन की उस सच्ची भावना को दिखाती है कि भाई की मौजूदगी ही रक्षाबंधन को पूरा बनाती है। उसका प्यार सिर्फ इस जन्म तक सीमित नहीं, बल्कि हर जन्म तक फैला हुआ है। राखी का धागा उसके लिए सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि भाई के लिए उसका अनंत प्रेम और आशीर्वाद है।
भाई की एक मुस्कान ही काफी है,
हर दर्द को भुलाने के लिए।
राखी के इस त्योहार पर,
तेरे साये में सुकून है जीने के लिए। 🙏
🔹 “भाई की एक मुस्कान ही काफी है,”
👉 भाई की मुस्कान बहन के लिए सबसे बड़ी ताकत है। सिर्फ उसका हँसता चेहरा देखकर ही बहन का दिल खुश हो जाता है।
🔹 “हर दर्द को भुलाने के लिए।”
👉 चाहे जिंदगी में कितनी भी परेशानियाँ हों, भाई का साथ और उसकी मुस्कान बहन के सारे ग़म मिटा देती है।
🔹 “राखी के इस त्योहार पर,”
👉 रक्षाबंधन के इस खास मौके पर बहन के लिए भाई का महत्व और भी गहरा हो जाता है। यह त्योहार सिर्फ धागे का नहीं, बल्कि भाई के साये और सुरक्षा का अहसास है।
🔹 “तेरे साये में सुकून है जीने के लिए।”
👉 बहन कह रही है कि भाई के संरक्षण, प्यार और साथ में उसे जिंदगी जीने का सुकून और हिम्मत मिलती है। भाई उसके लिए एक छाया (protector) की तरह है, जिसके होते हुए उसे किसी चीज़ का डर नहीं लगता।
💡 सारांश:
यह शायरी बताती है कि बहन के लिए भाई सिर्फ एक रिश्ता नहीं, बल्कि ताकत, सुरक्षा और सुकून का सहारा है। भाई की मुस्कान उसकी सारी तकलीफ़ें भुला देती है और उसका साथ बहन की जिंदगी को सुरक्षित और खूबसूरत बना देता है।
राखी बंधवाते ही भाई बोले –
“अब तो गिफ्ट दिखाओ प्यारी बहना!”
बहन बोली – “पहले पेटीएम भेजो राजा बेटा,
वरना राखी भी डिजिटल बना दूंगी!” 😜💸
🔹 “राखी बंधवाते ही भाई बोले –
‘अब तो गिफ्ट दिखाओ प्यारी बहना!'”
👉 जैसे ही बहन राखी बांधती है, भाई मज़ाकिया लहज़े में तुरंत गिफ्ट मांगने की बात करता है। यह उस पारंपरिक मज़ाक को दिखाता है जो हर राखी पर भाई-बहन के बीच होता है।
🔹 “बहन बोली – ‘पहले पेटीएम भेजो राजा बेटा,'”
👉 बहन हंसी में जवाब देती है कि गिफ्ट बाद में, पहले तो तुम पेटीएम (डिजिटल पैसे) भेजो। यह आज के डिजिटल जमाने का मज़ेदार तड़का है।
🔹 “वरना राखी भी डिजिटल बना दूंगी!”
👉 बहन मज़ाक में धमकी देती है कि अगर गिफ्ट या पैसे नहीं मिले, तो वह राखी भी डिजिटल भेज देगी। मतलब ऑनलाइन फोटो या ई-राखी से ही काम चला लेगी।
💡 सारांश:
यह हल्की-फुल्की शायरी आज के डिजिटल दौर और भाई-बहन की नोकझोंक वाली प्यारी केमिस्ट्री को दिखाती है। इसमें त्योहार की मिठास, मज़ाक और टेक्नोलॉजी का मिलाजुला अंदाज़ है, जो रक्षाबंधन को आधुनिक और मजेदार बना देता है।
बहन बोले – “भैया मैं हूं VIP!”
भाई बोले – “पक्का, Very Irritating Person ही सही!” 😆
🔹 “बहन बोले – ‘भैया मैं हूं VIP!'”
👉 यहाँ बहन अपने भाई के सामने अकड़ दिखाते हुए मज़ाक में कहती है कि वह VIP (Very Important Person) है — यानी खास इंसान है।
🔹 “भाई बोले – ‘पक्का, Very Irritating Person ही सही!'”
👉 भाई तुरंत चुटकी लेते हुए कहता है कि हाँ, तू VIP है, लेकिन इसका मतलब Very Irritating Person है — यानी तू बहुत तंग करने वाली इंसान है।
💡 सारांश:
यह शायरी भाई-बहन की मस्ती और प्यारी खींचतान को दर्शाती है। जहाँ बहन खुद को खास बताती है, वहीं भाई उसे प्यार से चिढ़ाता है। यही नोकझोंक उनके रिश्ते की असली खूबसूरती है — प्यार भी है और मज़ाक भी।
राखी आई, खर्चा लायी,
भाई की जेब से सैलरी उड़ाई।
बहन बोली – “ये तो बस ट्रेलर है,
भैया, अब शादी में कार चाहिए!” 🚗😂
🔹 “राखी आई, खर्चा लायी,”
👉 राखी का त्योहार आते ही भाई समझ जाता है कि अब उसे बहन को गिफ्ट या पैसे देने पड़ेंगे। यानी राखी सिर्फ धागा नहीं, बल्कि खर्चे का पैकेज भी लेकर आती है।
🔹 “भाई की जेब से सैलरी उड़ाई।”
👉 बहन मज़ाक-मज़ाक में भाई की पूरी जेब खाली करवा देती है। भाई की मेहनत की कमाई इस दिन बहन की फरमाइशों में खर्च हो जाती है।
🔹 “बहन बोली – ‘ये तो बस ट्रेलर है,'”
👉 बहन हंसते हुए कहती है कि अभी जो उसने लिया है, वो तो केवल शुरुआत है। असली डिमांड आगे आनी बाकी है।
🔹 “भैया, अब शादी में कार चाहिए!” 🚗
👉 बहन अपनी बड़ी फरमाइश बताती है कि शादी में उसे कार गिफ्ट चाहिए। यह लाइन भाई-बहन के रिश्ते में फन + प्यार + तंग करना सब कुछ मिला देती है।
💡 सारांश:
यह शायरी दिखाती है कि रक्षाबंधन केवल राखी और दुआओं का त्योहार ही नहीं, बल्कि नोकझोंक और खर्चे का मजेदार कॉम्बिनेशन भी है। बहन की डिमांड्स कभी खत्म नहीं होतीं और भाई, चाहे हंसी में या मजबूरी में, हमेशा पूरी करने के लिए तैयार रहता है। यही रिश्ता है—खर्चे से भरा, लेकिन प्यार से और भी भरा हुआ। ❤️
जब भी मुश्किलों में फंसा, तेरा चेहरा याद आया,
तेरे प्यार की डोर ने हर बार मुझे बचाया।
राखी के इस बंधन में छुपा है वो जादू,
जो बहन से बढ़कर कोई और रिश्ता ना आया। 💖
🔹 “जब भी मुश्किलों में फंसा, तेरा चेहरा याद आया,”
👉 भाई कह रहा है कि जब भी वह किसी परेशानी या कठिनाई में फंसा, उसे अपनी बहन का चेहरा याद आया। बहन की याद से उसे हिम्मत और सहारा मिला।
🔹 “तेरे प्यार की डोर ने हर बार मुझे बचाया।”
👉 बहन का प्यार और उसकी दुआएँ भाई को हर मुश्किल से निकाल लाती हैं। यह डोर सिर्फ राखी का धागा नहीं, बल्कि भावनाओं और विश्वास का अटूट बंधन है।
🔹 “राखी के इस बंधन में छुपा है वो जादू,”
👉 राखी का रिश्ता जादू जैसा है। इसमें सुरक्षा, दुआ, विश्वास और अपनापन सब कुछ समाया हुआ है।
🔹 “जो बहन से बढ़कर कोई और रिश्ता ना आया।”
👉 भाई कहता है कि दुनिया में बहुत रिश्ते हैं, लेकिन बहन का रिश्ता सबसे अनमोल और सबसे प्यारा है। इसका कोई दूसरा मुकाबला नहीं।
💡 सारांश:
यह शायरी इस बात को दर्शाती है कि भाई की जिंदगी में बहन का प्यार और दुआएँ एक अदृश्य शक्ति की तरह हैं, जो उसे हमेशा कठिनाइयों से बचाती हैं। राखी का बंधन सिर्फ धागा नहीं, बल्कि ऐसा अनमोल रिश्ता है, जिसकी बराबरी कोई और नहीं कर सकता।
वो बचपन की लड़ाई, वो झगड़ों की मिठास,
वो राखी की डोर और आँखों की प्यास।
भले अब दूर हैं राहें हमारी,
पर तू मेरे दिल की सबसे प्यारी सवारी। 🌼
🔹 “वो बचपन की लड़ाई, वो झगड़ों की मिठास,”
👉 भाई-बहन का रिश्ता बचपन की छोटी-छोटी लड़ाइयों और नोकझोंक से भरा होता है। भले ही झगड़े होते थे, लेकिन उनमें भी एक मीठापन और अपनापन छिपा होता था।
🔹 “वो राखी की डोर और आँखों की प्यास।”
👉 हर रक्षाबंधन पर राखी की डोर दोनों को जोड़ती थी। बहन की आँखों में अपने भाई के लिए प्यार और इंतजार झलकता था।
🔹 “भले अब दूर हैं राहें हमारी,”
👉 वक्त और हालात के कारण भाई-बहन आज भले अलग-अलग जगह रहते हों, लेकिन दूरी ने रिश्ते की गहराई को कम नहीं किया।
🔹 “पर तू मेरे दिल की सबसे प्यारी सवारी।”
👉 यहाँ “सवारी” शब्द का मतलब है कि भाई/बहन उसके दिल की सबसे खास, सबसे प्रिय साथी है। चाहे दूरी हो, पर दिल में उसकी जगह सबसे अनमोल है।
💡 सारांश:
यह शायरी बचपन की मीठी यादों और राखी के बंधन को याद दिलाती है। यह बताती है कि दूरी रिश्तों को कमजोर नहीं कर सकती। भाई-बहन का रिश्ता बचपन की लड़ाइयों से लेकर बड़े होने तक उतना ही प्यारा, अनमोल और दिल से जुड़ा हुआ रहता है।
Forever tied with love 💞 #HappyRakshaBandhan
Knot of protection, bond of love 🧿💫 #SiblingGoals
मेरा भाई – मेरा हीरो 💪👫 #RakhiVibes
हर राखी की डोर में छिपा है तेरा प्यार 😇🧵 #SisterLove
जुड़ते हैं दिल, एक धागे से ❤️🪢 #Rakhi2025
तेरे बिना अधूरी है मेरी हर खुशी,
तेरे साथ से ही मिलती है ज़िंदगी को रौशनी।
राखी पर बस इतनी दुआ है रब से,
मेरा भाई हमेशा मुस्कुराता रहे। 🌼
🔹 “तेरे बिना अधूरी है मेरी हर खुशी,”
👉 बहन कह रही है कि उसके जीवन की कोई भी खुशी भाई के बिना पूरी नहीं होती। भाई की मौजूदगी उसकी खुशी का सबसे अहम हिस्सा है।
🔹 “तेरे साथ से ही मिलती है ज़िंदगी को रौशनी।”
👉 भाई का साथ बहन की जिंदगी को चमक और हिम्मत देता है। भाई का प्यार और सहारा उसके जीवन को रौशन और खूबसूरत बनाता है।
🔹 “राखी पर बस इतनी दुआ है रब से,”
👉 राखी के मौके पर बहन अपने भाई के लिए ईश्वर से दुआ करती है।
🔹 “मेरा भाई हमेशा मुस्कुराता रहे।”
👉 बहन की सबसे बड़ी ख्वाहिश यही है कि उसका भाई हमेशा खुश और मुस्कुराता रहे, कभी दुख उसके पास न आए।
💡 सारांश:
यह शायरी बताती है कि बहन के लिए भाई उसकी खुशियों का आधार और जीवन की रोशनी है। राखी के दिन बहन अपने भाई के लिए यही दुआ करती है कि उसका जीवन हमेशा हंसी, खुशी और सुख-समृद्धि से भरा रहे।
जब-जब मुझे लगा मैं अकेली हूँ,
भाई तू हर बार खड़ा मिला।
तेरी बहन आज भी वही बच्ची है,
जो राखी पर सिर्फ तुझसे लिपट कर रोना चाहती है। 😢
🔹 “जब-जब मुझे लगा मैं अकेली हूँ,”
👉 बहन कह रही है कि जब भी उसे ज़िंदगी में अकेलापन या मुश्किल महसूस हुई, जब भी उसे लगा कि कोई उसके साथ नहीं है…
🔹 “भाई तू हर बार खड़ा मिला।”
👉 हर बार भाई उसके साथ खड़ा रहा, उसे सहारा दिया और उसकी ताकत बना। यह भाई के निस्वार्थ साथ और सुरक्षा की भावना को दर्शाता है।
🔹 “तेरी बहन आज भी वही बच्ची है,”
👉 बहन यह जताती है कि चाहे उम्र बढ़ जाए या हालात बदल जाएं, पर उसके दिल में वह आज भी वही मासूम बच्ची है, जो अपने भाई के सामने सबसे सहज महसूस करती है।
🔹 “जो राखी पर सिर्फ तुझसे लिपट कर रोना चाहती है।”
👉 बहन की सबसे सच्ची और गहरी भावना यही है कि राखी के दिन वह सिर्फ अपने भाई से लिपटकर रोकर अपने दिल का बोझ हल्का करना चाहती है। यह आँसू प्यार, अपनापन और रिश्ते की गहराई का प्रतीक हैं।
💡 सारांश:
यह शायरी बहन के उस मासूम रिश्ते को दिखाती है, जिसमें भाई उसके लिए हमेशा एक सहारा और सुरक्षा कवच रहा है। राखी के दिन उसका मन उसी बचपन वाली मासूमियत को जीना चाहता है, जब सिर्फ भाई की बाहों में रोना ही उसके लिए सबसे बड़ी राहत और खुशी होती थी।
रिश्ते बनते हैं खून से, निभते हैं दिल से,
भाई, तू मेरी ताक़त है, मेरी हर मुश्किल से।
राखी है बस एक रिवाज़ नहीं,
ये तुझसे मेरे अटूट प्यार की निशानी है। ❤️
🔹 “रिश्ते बनते हैं खून से, निभते हैं दिल से,”
👉 भाई-बहन का रिश्ता खून के रिश्ते से तो जुड़ा ही है, लेकिन असली ताक़त तब होती है जब वह दिल से निभाया जाता है। प्यार, भरोसा और समझदारी ही इस रिश्ते की नींव हैं।
🔹 “भाई, तू मेरी ताक़त है, मेरी हर मुश्किल से।”
👉 बहन अपने भाई से कह रही है कि वह उसकी हिम्मत और ताक़त है। ज़िंदगी की हर परेशानी और मुश्किल में भाई उसके लिए ढाल की तरह खड़ा रहता है।
🔹 “राखी है बस एक रिवाज़ नहीं,”
👉 यहाँ बहन बताती है कि राखी केवल एक औपचारिक त्योहार या परंपरा नहीं है। यह सिर्फ धागा बाँधने का काम नहीं है।
🔹 “ये तुझसे मेरे अटूट प्यार की निशानी है।”
👉 राखी वास्तव में बहन के उस गहरे, सच्चे और अटूट प्रेम की निशानी है जो वह अपने भाई के लिए महसूस करती है। यह धागा उनके रिश्ते का प्रतीक है, जो कभी टूट नहीं सकता।
✨ सारांश:
यह शायरी इस बात पर ज़ोर देती है कि रक्षाबंधन सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि भाई-बहन के दिल से जुड़े उस रिश्ते की अभिव्यक्ति है, जिसमें भाई बहन की ताक़त है और राखी उस अटूट प्यार का प्रतीक।
बचपन की वो राखी, वो चॉकलेट की मिठास,
तेरी हर बात में थी कुछ खास एहसास।
आज भी जब राखी आती है,
तेरी मासूम हँसी याद आ जाती है। 🌸
🔹 “बचपन की वो राखी, वो चॉकलेट की मिठास,”
👉 यहाँ कवि बचपन की यादों को ताज़ा कर रहा है। उस समय राखी सिर्फ धागा बाँधने तक सीमित नहीं थी, बल्कि साथ में चॉकलेट, मिठाइयाँ और तोहफ़ों की मिठास भी उसमें शामिल थी।
🔹 “तेरी हर बात में थी कुछ खास एहसास।”
👉 भाई या बहन की हर छोटी-सी बात भी उस समय दिल को छू लेने वाली होती थी। उनके रिश्ते की मासूमियत और सच्चाई हर बातचीत में झलकती थी।
🔹 “आज भी जब राखी आती है,”
👉 वक्त भले बीत गया हो, दोनों बड़े हो गए हों, पर जैसे ही राखी का त्योहार आता है, बचपन की वही यादें फिर ताज़ा हो जाती हैं।
🔹 “तेरी मासूम हँसी याद आ जाती है।”
👉 भाई/बहन की बचपन वाली हँसी, उनकी प्यारी शरारतें और खुशियाँ आज भी दिल में गूंजती हैं। राखी आते ही वो मासूमियत सबसे पहले याद आती है।
✨ सारांश:
यह शायरी भाई-बहन के बचपन की राखी, उसमें छुपी मिठास और मासूम पलों को याद करने का एक भावुक अंदाज़ है। यह बताती है कि त्योहार केवल एक रस्म नहीं, बल्कि पुरानी यादों को जीने का भी एक सुंदर मौका है।
बहन सिर्फ रिश्ता नहीं होती,
वो माँ की ममता, दोस्त की बात होती है।
उसके बिना ये राखी अधूरी है,
भले ही वो मुझसे दूर आज होती है। 💫
🔹 “बहन सिर्फ रिश्ता नहीं होती,”
👉 यहाँ कहा जा रहा है कि बहन को सिर्फ भाई-बहन का रिश्ता कहकर सीमित नहीं किया जा सकता। वो इंसान के जीवन में कई भूमिकाएँ निभाती है।
🔹 “वो माँ की ममता, दोस्त की बात होती है।”
👉 बहन कभी माँ जैसी देखभाल और ममता देती है, तो कभी दोस्त बनकर हँसी-मज़ाक, राज़दारी और सपोर्ट देती है। यानी बहन कई रिश्तों का संगम है।
🔹 “उसके बिना ये राखी अधूरी है,”
👉 राखी का त्योहार तभी पूरा लगता है जब बहन मौजूद हो। अगर बहन साथ न हो तो त्योहार अधूरा और खाली-सा लगता है।
🔹 “भले ही वो मुझसे दूर आज होती है।”
👉 चाहे बहन दूर कहीं रहती हो, पर उसका प्यार और रिश्ता दूरी से कभी कम नहीं होता। उसका होना ही इस त्योहार की असली जान है।
✨ सारांश:
यह शायरी बताती है कि बहन सिर्फ “बहन” नहीं, बल्कि माँ और दोस्त दोनों का रूप होती है। उसका होना भाई के जीवन को संपूर्ण बनाता है। चाहे दूरी कितनी भी हो, उसका प्यार हमेशा राखी के त्योहार को खास बना देता है।
राखी पर हर साल तुझे याद करता हूँ,
तेरे हाथ की बनी राखी को अब भी संभाल कर रखता हूँ।
मेरी बहन, तू जहां भी हो खुश रहना,
तेरे बिना ये दुनिया थोड़ी सी सूनी लगती है। 🥺
🔹 “राखी पर हर साल तुझे याद करता हूँ,”
👉 भाई हर साल राखी के मौके पर अपनी बहन को याद करता है। यह दिखाता है कि राखी का त्योहार उसके लिए केवल परंपरा नहीं, बल्कि बहन के प्यार और उसकी याद का प्रतीक है।
🔹 “तेरे हाथ की बनी राखी को अब भी संभाल कर रखता हूँ।”
👉 भाई अपनी बहन द्वारा बनाई या बांधी गई राखी को बड़ी संजीदगी से संभाल कर रखता है। यह उसकी बहन के प्रति सच्चे प्यार और सम्मान का संकेत है।
🔹 “मेरी बहन, तू जहां भी हो खुश रहना,”
👉 भाई अपनी बहन की खुशी की कामना करता है। चाहे वह दूर हो, उसकी दुआ है कि बहन हमेशा खुश और सुरक्षित रहे।
🔹 “तेरे बिना ये दुनिया थोड़ी सी सूनी लगती है।”
👉 भाई कहता है कि बहन की मौजूदगी ही उसके जीवन में रंग और खुशियाँ भरती है। बहन के बिना सब कुछ अधूरा और खाली सा लगता है।
💡 सारांश:
यह शायरी भाई की बहन के लिए गहरा प्यार, यादें और दुआ व्यक्त करती है। राखी के दिन भाई अपने दिल की भावनाओं को महसूस करता है और यह समझता है कि बहन का होना उसकी दुनिया को पूरा और खुशहाल बनाता है।
राखी की डोरी नहीं, दिलों की गांठ है ये।
बहन की दुआओं में खुदा बसता है।
भाई की कलाई पर बंधा धागा, उसका ताज होता है।
जब बहन मुस्कुराती है, भाई की दुनिया सज जाती है।
राखी सिर्फ त्योहार नहीं, एक एहसास है… जो हर साल याद बन जाता है।
🔹 “राखी की डोरी नहीं, दिलों की गांठ है ये।”
👉 राखी केवल एक धागा नहीं है। यह भाई और बहन के दिलों को जोड़ने वाली एक अटूट गांठ है, जो प्यार और विश्वास से बंधी होती है।
🔹 “बहन की दुआओं में खुदा बसता है।”
👉 बहन की दुआएँ इतनी पवित्र और सच्ची होती हैं कि उनमें भगवान का आशीर्वाद और शक्ति समाया होता है।
🔹 “भाई की कलाई पर बंधा धागा, उसका ताज होता है।”
👉 राखी का धागा भाई की कलाई पर बहन का प्यार और सम्मान दर्शाता है। यह उसके लिए गर्व और खास पहचान का प्रतीक है।
🔹 “जब बहन मुस्कुराती है, भाई की दुनिया सज जाती है।”
👉 बहन की खुशी भाई के लिए सबसे बड़ी खुशी है। उसकी मुस्कान भाई की दुनिया को रोशन और खुशहाल बना देती है।
🔹 “राखी सिर्फ त्योहार नहीं, एक एहसास है… जो हर साल याद बन जाता है।”
👉 राखी केवल त्योहार नहीं है, बल्कि यह भावनाओं और रिश्तों का अनुभव है। हर साल यह एहसास भाई और बहन के दिलों में नया रंग भरता है।
💡 सारांश:
यह शायरी राखी के त्योहार को धागे या परंपरा से बढ़कर एक भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव बताती है। इसमें बहन के प्यार और दुआ, भाई की सुरक्षा और उनका आपसी रिश्ता दिल से जुड़ा हुआ दिखाया गया है।
क्षाबंधन सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते की सबसे खूबसूरत अभिव्यक्ति है। यह दिन उस डोर की याद दिलाता है जो रक्षा, विश्वास और निस्वार्थ प्रेम से बंधी होती है। इस खास मौके पर जब बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, तो शब्दों से ज्यादा भावनाएं बोलती हैं।
🔹 “रक्षाबंधन सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते की सबसे खूबसूरत अभिव्यक्ति है।”
👉 राखी सिर्फ धागा बांधने का दिन नहीं है। यह भाई और बहन के प्यार, भरोसे और अपनापन का सबसे सुंदर तरीका है।
🔹 “यह दिन उस डोर की याद दिलाता है जो रक्षा, विश्वास और निस्वार्थ प्रेम से बंधी होती है।”
👉 राखी का धागा (डोर) सिर्फ कलाई पर नहीं बंधता। यह भाई और बहन के बीच भरोसे, सुरक्षा की भावना और निस्वार्थ प्रेम का प्रतीक है।
🔹 “इस खास मौके पर जब बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, तो शब्दों से ज्यादा भावनाएं बोलती हैं।”
👉 राखी बांधने का पल केवल एक रस्म नहीं है। इसमें बहन के प्यार, दुआ और भाई के प्रति विश्वास की भावनाएँ खुद-ब-खुद व्यक्त होती हैं, जो शब्दों से कहीं ज्यादा गहरी होती हैं।
💡 सारांश:
यह पैराग्राफ बताता है कि रक्षाबंधन परंपरा से बढ़कर भावनाओं का त्योहार है। राखी सिर्फ धागा नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते की मजबूती, प्यार और विश्वास का प्रतीक है।
तेरे बिना अधूरी है राखी की सुबह,
तेरे आशीर्वाद से ही संवरती है उम्र भर की राह।
मेरी प्यारी बहना, तू दूर सही,
पर तेरी यादें हर पल मेरे साथ हैं। 🌼
“तेरे बिना अधूरी है राखी की सुबह,”
👉 भाई कह रहा है कि बहन के बिना राखी का त्योहार अधूरा लगता है। उसकी मौजूदगी ही इस दिन की असली खुशी है।
🔹 “तेरे आशीर्वाद से ही संवरती है उम्र भर की राह।”
👉 बहन की दुआएँ और आशीर्वाद भाई की जिंदगी को सही दिशा और खुशियों से भरते हैं। उसके आशीर्वाद के बिना जीवन की राह कुछ फीकी लगती है।
🔹 “मेरी प्यारी बहना, तू दूर सही,”
👉 भले ही बहन भौगोलिक रूप से दूर हो, लेकिन भाई के दिल में वह हमेशा पास है।
🔹 “पर तेरी यादें हर पल मेरे साथ हैं।”
👉 भाई कहता है कि बहन की यादें और बचपन की प्यारी पल हमेशा उसके साथ रहते हैं। यही यादें रिश्ते की गर्माहट और मजबूती का प्रतीक हैं।
💡 सारांश:
यह शायरी बताती है कि राखी केवल त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते की यादें, प्यार और आशीर्वाद का त्योहार है। भले बहन दूर हो, उसकी यादें और प्यार हमेशा भाई के जीवन को खास बनाते हैं।
राखी का धागा जब-जब कलाई पर सजता है,
एक नन्हा सा आशीर्वाद बनकर दिल को छू जाता है।
तेरी मुस्कान ही मेरी सबसे बड़ी दौलत है बहना। 😇
🔹 “राखी का धागा जब-जब कलाई पर सजता है,”
👉 जब भी बहन राखी बाँधती है, यह केवल धागा नहीं होता, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक बन जाता है।
🔹 “एक नन्हा सा आशीर्वाद बनकर दिल को छू जाता है।”
👉 राखी का धागा बहन की दुआ और प्यार का छोटा सा रूप है, जो भाई के दिल को गहराई से छू लेता है। यह बताता है कि प्यार कभी बड़ा नहीं होता, छोटा सा भाव भी काफी होता है।
🔹 “तेरी मुस्कान ही मेरी सबसे बड़ी दौलत है बहना।”
👉 भाई के लिए बहन की खुशी सबसे कीमती चीज़ है। उसकी मुस्कान और खुशी ही भाई की सबसे बड़ी दौलत और संतोष है।
💡 सारांश:
यह शायरी बताती है कि राखी का त्योहार प्यार और आशीर्वाद का त्योहार है। बहन की मुस्कान और दुआ भाई के जीवन को रोशन और खुशहाल बनाती है। राखी का धागा सिर्फ रस्म नहीं, बल्कि भावनाओं और रिश्तों का प्रतीक है।
भाई, तू सिर्फ मेरा सहारा नहीं,
मेरी दुनिया की सबसे मजबूत दीवार है।
तेरे बिना ये राखी अधूरी सी लगती है,
तेरे साथ ही हर खुशी पूरी लगती है। ❤️
🔹 “भाई, तू सिर्फ मेरा सहारा नहीं,”
👉 भाई केवल सहारा या मदद करने वाला नहीं है; वह बहन के लिए बहुत कुछ है।
🔹 “मेरी दुनिया की सबसे मजबूत दीवार है।”
👉 भाई बहन के जीवन में सुरक्षा और ताक़त का प्रतीक है। कठिनाइयों और मुश्किलों में वह उसकी ढाल की तरह खड़ा रहता है।
🔹 “तेरे बिना ये राखी अधूरी सी लगती है,”
👉 राखी का त्योहार भाई की मौजूदगी के बिना पूरा नहीं लगता। भाई के बिना त्योहार की खुशी कम लगती है।
🔹 “तेरे साथ ही हर खुशी पूरी लगती है।”
👉 भाई की मौजूदगी और प्यार ही बहन की खुशियों को संपूर्ण बनाता है। उसकी हर खुशी भाई के साथ जुड़ी होती है।
💡 सारांश:
यह शायरी बताती है कि भाई सिर्फ परिवार का सदस्य नहीं, बल्कि बहन की ताक़त, सुरक्षा और खुशी का आधार है। राखी का त्योहार उसके प्यार और मौजूदगी को याद करने का मौका है।
जब कोई पास नहीं होता,
तू होता है…
जब दुनिया मुंह मोड़ती है,
तेरा हाथ थाम लेता है।
भाई, तेरा प्यार ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है। 🙏
🔹 “जब कोई पास नहीं होता, तू होता है…”
👉 भाई हमेशा बहन के साथ खड़ा रहता है। चाहे कोई भी मुश्किल या तंगहाल समय हो, भाई उसकी मदद और सहारा बनकर उसके पास होता है।
🔹 “जब दुनिया मुंह मोड़ती है, तेरा हाथ थाम लेता है।”
👉 भाई बहन के लिए एक ढाल की तरह है। जब लोग या परिस्थितियाँ साथ नहीं देतीं, तब भाई उसका हाथ थामकर उसे मजबूती और भरोसा देता है।
🔹 “भाई, तेरा प्यार ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है”
👉 भाई का प्यार बहन के लिए सबसे बड़ी शक्ति और सहारा है। उसकी मौजूदगी बहन की जिंदगी को सुरक्षित, खुशहाल और आत्मविश्वासी बनाती है।
💡 सारांश:
यह शायरी बताती है कि भाई-बहन का रिश्ता प्यार और भरोसे का सबसे मजबूत आधार है। भाई की मौजूदगी बहन के जीवन में ताकत, सुरक्षा और खुशी लाती है। राखी का त्योहार इसी अनमोल रिश्ते को याद करने और उसका जश्न मनाने का अवसर है।
कभी दोस्त, कभी गाइड, कभी सुपरहीरो बन जाता है,
राखी के दिन तेरा हर रूप और भी प्यारा लगता है।
मेरे लिए तू बस एक भाई नहीं,
मेरा गर्व है। 🌟
👉 भाई बहन के लिए कई भूमिकाएँ निभाता है। वह कभी दोस्त बनकर हँसी-मज़ाक करता है, कभी मार्गदर्शक बनकर सलाह देता है, और कभी सुपरहीरो की तरह उसकी सुरक्षा करता है।
🔹 “राखी के दिन तेरा हर रूप और भी प्यारा लगता है।”
👉 राखी के मौके पर भाई का हर रूप — चाहे दोस्ताना, गाइड या सुरक्षा देने वाला — बहन को और भी खास और प्यारा लगता है।
🔹 “मेरे लिए तू बस एक भाई नहीं, मेरा गर्व है।”
👉 बहन के लिए भाई केवल भाई नहीं है, बल्कि उसकी शक्ति, समर्थन और गर्व का स्रोत है। उसका होना बहन की खुशी और आत्मसम्मान का कारण है।
💡 सारांश:
यह शायरी बताती है कि भाई बहन के जीवन में कई भूमिकाएँ निभाता है, और राखी के दिन उसकी हर भूमिका बहन के लिए और भी विशेष महसूस होती है। भाई केवल परिवार का सदस्य नहीं, बल्कि बहन का गर्व, सहारा और खुशी का स्रोत है।
रक्षाबंधन का पर्व सिर्फ राखी बांधने तक सीमित नहीं होता, ये वो दिन होता है जब हर बहन और हर भाई अपने बचपन की उन यादों में खो जाता है जहाँ तकरार भी थी, प्यार भी था, और साथ निभाने का वादा भी।
इस रक्षाबंधन पर एक खूबसूरत सी शायरी के ज़रिए अपने भाई या बहन को बताइए कि वो आपकी ज़िंदगी में कितने खास हैं।
“राखी का धागा, यादों का सहारा 💫”
“हर कलाई पर बंधा एक रिश्ता, जो दिल से जुड़ा है ❤️”
“रक्षाबंधन 2025 – प्यार, यादें और दुआएं 🧿”
“एक राखी, हजार जज़्बात ।❤️
भाई, तू सिर्फ मेरा सहारा नहीं,
मेरी दुनिया की सबसे मजबूत दीवार है।
तेरे बिना ये राखी अधूरी लगती है।
एक राखी, हज़ार जज़्बात।
कभी दोस्ती, कभी झगड़ा,
पर हर बार बस एक वादा –
हमेशा साथ निभाने का। 💫
राखी का धागा, यादों का सहारा 💫
हर कलाई पर बंधा रिश्ता, जो दिल से जुड़ा है। ❤️
रक्षाबंधन सिर्फ त्यौहार नहीं,
ये वो एहसास है जो हर साल
हमें हमारे बचपन की गोद में वापस ले जाता है।
🎁 इस रक्षाबंधन पर अपनी बहन/भाई को भेजें ये प्यारी सी शायरी
👇 शेयर करें और बताएं –
आपकी सबसे प्यारी राखी की याद कौन सी है?
1.
“रिश्तों की भीड़ में सबसे खास है,
मेरे भाई का प्यार ही मेरे पास है।
राखी का धागा कहता है हर बार,
तेरे बिना अधूरी है मेरी दुनिया यार।”
2.
“तेरी हंसी से सजती है मेरी दुनिया,
तेरे बिना अधूरी है मेरी खुशियाँ।
राखी का ये बंधन कहता है साफ,
भाई-बहन का रिश्ता है सबसे खास।”
3.
“सिर्फ धागा नहीं है राखी का बंधन,
ये है भाई-बहन के रिश्ते का दर्पण।
हर लम्हा साथ निभाने का वादा,
यही है रक्षाबंधन का इरादा।”
🌸 रक्षाबंधन का महत्व 2025 में
रक्षाबंधन केवल भारतीय संस्कृति तक सीमित नहीं, बल्कि यह दुनिया को संदेश देता है कि सच्चा रिश्ता वही है जिसमें प्यार, सम्मान और सुरक्षा का भाव हो। आजकल भले ही भाई-बहन दूर-दराज़ शहरों या देशों में रहते हों, लेकिन राखी की डोर दिलों की दूरी को मिटा देती है।
ऑनलाइन राखी और डिजिटल शुभकामनाओं के दौर में भी यह त्योहार अपनी पवित्रता और भावनाओं से जुड़ा हुआ है। भाई-बहन का यह बंधन हर युग में अटूट रहा है और हमेशा रहेगा।
❤️ दिल छू लेने वाली Raksha Bandhan Shayari 2025
4.
“रिश्ता तो खून का भी हर किसी से होता है,
पर भाई-बहन का रिश्ता सबसे अनोखा होता है।
राखी का ये बंधन कहता है हर साल,
सिर्फ तू ही मेरा है सबसे ख़ास।”
5.
“तेरे बिना ना कोई खुशी पूरी है,
ना ही ये जिंदगी कुछ खास है।
रक्षाबंधन पर बहना ये दुआ करती है,
भाई तू हमेशा यूं ही मेरे पास है।”
6.
“भाई-बहन का रिश्ता है सबसे प्यारा,
दुनिया में इसका नहीं कोई किनारा।
राखी का धागा जब कलाई पर सजता है,
तो हर ग़म से दिल यूं ही बचता है।”
रक्षाबंधन 2025 भाई-बहन के उस रिश्ते का जश्न है जिसमें प्यार भी है, तकरार भी है, लेकिन सबसे ज्यादा है एक-दूसरे के लिए समर्पण और सुरक्षा का वादा। राखी के इस दिन भेजी गई दिल छू लेने वाली शायरियाँ (Raksha Bandhan Shayari) रिश्ते को और भी खास बना देती हैं।
इस साल आप भी अपने भाई या बहन को सबसे इमोशनल शायरियाँ भेजकर यह अहसास दिला सकते हैं कि यह रिश्ता सिर्फ खून का नहीं, बल्कि आत्मा का जुड़ाव है।
“रिश्तों में जो सबसे मीठा और प्यारा है,
वो भाई-बहन का साथ ही सबसे न्यारा है।
रक्षाबंधन का यह पर्व कहता है हर बार,
भाई-बहन का रिश्ता है दुनिया से पार।”
“राखी के धागों में बंधा है एहसास,
हर बहन की दुआ में छुपा है विश्वास।
भाई की हिफाज़त का वादा है इसमें,
यही तो रक्षाबंधन का असली अहसास।”
“ना कोई ग़म, ना कोई डर,
भाई है साथ तो सब कुछ है सर।
बहन की हंसी में छुपा है जहाँ,
रक्षाबंधन पर बस यही दुआएँ जहाँ।”
Raksha Bandhan 2025 का महत्व
रक्षाबंधन का पर्व हर साल सावन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन न सिर्फ सगे भाई-बहन बल्कि दूर रह रहे रिश्तेदार भी राखी भेजकर इस रिश्ते को निभाते हैं। आज के समय में ऑनलाइन राखियाँ और डिजिटल शुभकामनाएँ इस त्योहार को और भी खास बना रही हैं।
भाई-बहन के बीच का यह बंधन केवल हिंदू संस्कृति तक सीमित नहीं, बल्कि इंसानियत का संदेश भी देता है कि एक-दूसरे की रक्षा और सम्मान करना ही असली प्यार है।
भावनात्मक Raksha Bandhan Shayari 2025
“तेरे होने से ही मेरी दुनिया है रोशन,
तेरे बिना सब लगता है सुनसान।
भाई, तू ही मेरी ताकत, तू ही मेरी जान,
राखी के धागे में बंधा है सारा अरमान।”
“न किसी किताब में, न किसी कहानी में,
भाई-बहन का रिश्ता मिलता है ज़ुबानी में।
ये रिश्ता है दिल से दिल का जुड़ाव,
रक्षाबंधन पर मिलता है इसे नया प्रभाव।”
Raksha Bandhan 2025 भाई-बहन के उस रिश्ते का जश्न है जिसमें नोक-झोंक भी है, प्यार भी है और सुरक्षा का अहसास भी। इस दिन लिखी गई दिल छू लेने वाली Raksha Bandhan Shayari रिश्ते की गहराई को शब्दों में ढाल देती है। चाहे आप अपने भाई को समर्पित करें या बहन को, ये शायरियाँ रिश्ते को और भी खास बना देंगी।
रक्षाबंधन का पर्व सिर्फ राखी बांधने तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह उन अनगिनत यादों का उत्सव है जो भाई-बहन की लड़ाई, हँसी और अपनापन समेटे हुए होती हैं। इस रक्षाबंधन पर एक प्यारी सी शायरी भेजकर अपने जज़्बातों को शब्द दें और इस रिश्ते को और भी ख़ास बना दें। 🎁 अगर आपको ये शायरियाँ पसंद आईं, तो पोस्ट को ज़रूर शेयर करें और हमें बताएं — आपकी सबसे प्यारी राखी की याद कौन सी है? ❤️
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